सत्य बुद्धि की सूझबूझ

बहुत समय पहले की बात है कि गिरसेन नामक राजा के राज्य में लोग सुखी थे। लोग अपने राजा की बात का अनुसरण करते थे। वह भी हर एक न्याय बड़ी सूझबूझ से करता था। राजा जो भी बात अपनी प्रजा जनों को कहता था वह बात प्रजा के लोगों को माननी ही पड़ती थी।… Continue reading सत्य बुद्धि की सूझबूझ

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विभु के पापा ने वैभव को आवाज दी बेटा  यहां आओ वह बोला आप क्या कहना चाहते हैं!? उसके  पापा एक जाने माने राजनीतिक नेता थे। वह हर बार चुनाव में खड़े होते थे। आज भी जनता ने उन्हें वोट देकर जीता दिया था। वह अपने गांव वाले लोगों और जो लोग उनके पास अपनी… Continue reading सिफारिश

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