सावन की फुहार

सावन आया, सावन आया। अपने साथ ढेर सारी खुशियां लाया। वर्षा की बूंदों से सावन में, चारों और खुशी का वातावरण लहराया।। कोयल की मधुर गुंजन हर जगह छाई हर जगह पक्षियों की चहचहाहट दी सुनाई। हर नारी नें अपनी कलाई में चूड़ियाँ और हाथों में मेहंदी रचाई। सावन की झलक सभी के चेहरों पर… Continue reading सावन की फुहार

मासूम भाग(2)

समृति को डॉक्टर ने बताया कि वह बेहोशी में भी बघिरा बघिरा पुकार रहा था। लगता है बघिरा का इन से कोई खास लगाव है। स्मृति के मानस पटल पर सारी घटना चलचित्र की भांति खीची चली बघिरा के कारण ही यह सब कुछ हुआ। बघिरा को दोषी ठहराते हुए उसको भला बुरा कहने लगी।… Continue reading मासूम भाग(2)