किसी गांव में एक ठग और एक चोर रहता था। चोर का नाम था रूपदास और ठग का नाम था धर्मदास। एक बार उस ठग नें चोर को देख लिया। ठग सोचने लगा कि क्या ही अच्छा होता वह चोरी कर के लाए और मैं इससे सब कुछ ठग लिया करूं? उसको हर रोज चोरी… Continue reading जैसी करनी वैसी भरनी