जल का महत्व

नल को यूं ना खुला छोड़ो।। जल से अपना नाता जोड़ो। जल की उपयोगिता सब को समझाओ। यूं ना एक बूंद बूंद को व्यर्थ  गंवाओ। जल है जीवन का आधार। यूं न करो इसे बेकार।। घर की फुलवारी का बहते पानी की नाली से नाता जोड़ो।। पानी की बूंद बूंद को यूं ना बहता छोड़ो।… Continue reading जल का महत्व

अनोखा मिलन

अनोखा मिलन आज होली का दिन था ।सभी बच्चे अपने घरों में होली खेल रहे थे। नन्हा सा रौनित भी होली खेलना चाहता था पर उसकी मां उसे कभी होली खेलने नहीं भेजती थी। रौनित का दिल करता कि वह भी पानी से भरी बाल्टी में पिचकारी से रंग खेले, परंतु उसकी मां ने उसे… Continue reading अनोखा मिलन

(होली का त्योहार)

होली त्योहार है उल्लास के रंगों में  सराबोर  होने का। खुशियों और उमंगो का। होली त्यौहार है रागदैष को भुलाकर एक दूसरे के गले मिलने का। यह त्योहार है एकता और भाईचारे का। बुराई अंह कार और नकारात्मक रूपी राक्षस को जलाने का। निरसता को दूर करने का। एक दूसरे के रीति-रिवाज को अपनाने का।… Continue reading (होली का त्योहार)

(आज का काम कल पर मत छोड़ो)

आज का काम कल पर मत छोड़ो। अपनी इस आदत को जल्दी बदल डालो।। कल कल करते करते आज कभी नहीं आएगा। अरे! मानव इस भाग दौड़ में तू हमेशा पीछे छूट जाएगा।। जिंदगी में कुछ करना चाहते हो तो हवाई किले बनाना बंद करो। कुछ नया करके उत्साह के साथ आगे बढ़ो।। दृढ निष्ठा… Continue reading (आज का काम कल पर मत छोड़ो)

(लौट के बुद्दधू घर को आए)

एक गांव में एक विद्वान पंडित रहा करता था। नदी के किनारे पर उसने अपना घर बनाया हुआ था। अपने हाथों से काम करने में  पंडित को बहुत ही मजा आता था। हर रोज नित्य क्रम से निवृत  हो कर अपने खेतों में हल चलाता और सारे काम  स्वयं किया करता था। उसने अपने घर… Continue reading (लौट के बुद्दधू घर को आए)

सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि

कौन कहता है कि मां आपका लाल युद्ध भूमि में मारा गया। वह तो आपके दूध का कर्ज चुकाता  शहीद हुआ।। वह रण बांकुरा आपका गुदड़ी का लाल था। वह रण बांकुरा आप की आन बान और शान था। अपने देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाता शहीद हुआ। अपना खून बहा कर वीरगति को प्राप्त… Continue reading सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि

मेरी प्यारी बहना(कविता)

एक दिन  मुन्नी भैया से बोली। भैया मैं हूं तुम्हारी छोटी बहना चुन्नी। स्कूल को जब भी जाती हूं। डर कर दो कदम पीछे हट जाती हूं। मैडम के प्रश्नों का भी उत्तर नहीं दे पाती। इसलिए हर वक्त उदास होकर बैठ जाती।। चुन्नु बोला सुन मेरी बहना। तू है मेरी सुंदर गुड़िया सी बहना।।… Continue reading मेरी प्यारी बहना(कविता)

(सच्चा सुख) कविता

एक जंगल में काला हिरण और हिरणी थे  रहते। दोनों पति-पत्नी खुशी से थे रहते। काला हिरण अपनी हिरणी से था बहुत प्यार करता। उसकी छोटी-छोटी इच्छा हरदम पूरी था किया करता। एक दिन हिरण बोला हिरणी से   तुम क्यों इतना लगाव मुझसे हो  किया करती। तुम मेरे बिना भी क्यों नहीं रह सकती। हिरण… Continue reading (सच्चा सुख) कविता

पढ़ना लिखना है जरुरी

11/12/2018 एक दिन मुन्नू अपनी मां से बोला मां मुझे पाठ याद करवाओ न। मुझे पाठ के साथ साथ इसका अर्थ भी समझाओ न।। मां बोली बेटा मैं हूं अनपढ़। मैं तुझे ना पढ़ा पाऊंगी। लेकिन मैं तुम्हें अच्छी शिक्षा दे पाऊंगी।। मां बाप नें जल्दी से शादी कर डाली। शादी करके अपनी जिम्मेदारी पूरी… Continue reading पढ़ना लिखना है जरुरी

काली और भूरी कोवी

एक घना जंगल था वहां पर एक पीपल का पेड़ था। उस पेड़ की शाखाएं दूर दूर तक फैली हुई थी। उस पेड़ की शाखा पर कौवे और कौवी का परिवार रहता था। काली कौवी भी भोजन की तलाश में दूर-दूर तक निकल जाती थी। उस पेड़ की दूसरी तरफ साथ में एक दूसरे पेड़… Continue reading काली और भूरी कोवी