साहसी देवकी

माधवपुर गांव में देवकी अपने पति के साथ हंसी-खुशी जीवन यापन कर रही थी।। उसके पति के व्यापार में दिन रात चौगुनी उन्नति हो रह थी। उसका पति एक मेहनती और ईमानदार व्यापारी था। बाहर के लोग भी उसकी बहुत ही प्रशंसा कर रहे थे। विदेशों में भी उसके सामान की प्रशंसा हो रही थी।… Continue reading साहसी देवकी

चिडि़या और उनके नन्हे बच्चे

, एक पेड़ की शाखा पर चिड़िया ने घोंसला बनाया हुआ था। चिड़िया अपने नन्हे नन्हे बच्चों के साथ रहती थी। चिड़िया जब दाना चुगने जाती तो वह अपने बच्चों को अपने घोंसले में छोड़ कर चली जाती थी। चिड़िया जब दाना चुगकर वापिस आई उसने देखा इसका एक छोटा सा बच्चा चुपचाप गुमसुम बैठा… Continue reading चिडि़या और उनके नन्हे बच्चे

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शक का दायरा

तरुणा तान्या और तन्वी तीन सहेलियाँ थी। तीनों सखियां दसवीं के बाद नर्स के प्रशिक्षण के लिए जी-जान से तैयारी कर रही थी। दोनों ही बहुत होनहार सुशील और सभ्य थी। तीनों डटकर नर्स के प्रशिक्षण की तैयारी कर रही थी। तीनों  लिखित परीक्षा में निकल चुकी थी केवल मौखिक परीक्षा का टेस्ट होना बाकी… Continue reading शक का दायरा

दावानल

शेखर और उसकी पत्नी एक छोटे से गांव में रहते थे। शेखरको शराब पीने की आदत थी वह शराब को छोड़ता नहीं था। उसकी पत्नी अपने पति की इस आदत से बहुत परेशान रहती थी। वह सोचती काश मेरा पति शराब पीना छोड़ देता तो वह भी अच्छा इंसान बन सकता है। दिल का अच्छा… Continue reading दावानल

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सच्चा न्याय राजा वीर सेन का

कीर्तन और निरंजन दोनों दोस्त चले जा रहे थे। वह बहुत दूर निकल गए थे। आज तो अपने राजा का निर्णय सुनकर वे बहुत खुश हो गए। वह सुजानपुर के रहने वाले थे। जब वह दोनों अपने राज्य की बात कर रहे थे तो वहां से जाते हुए तीन परियों उन दोनों की बातें बड़े… Continue reading सच्चा न्याय राजा वीर सेन का