दांतों की सफाई कविता

शाम, सवेरे जल्दी उठ मंजन कर जो हैं सोते।वे जीवन में अपनें दांतों को कभी नहीं है खोते।।वे दांतों को सुन्दर और मजबूत है बनाते।अपने चेहरे पर हर वक्त खुशी है झलकाते।।अपनें चेहरे कि खूबसूरती को और भी है बढाते।।आंख में अंजन,दांत में मंजन ,नित कर नित कर।नाक में उंगली,कान में तिनका मत कर मत… Continue reading दांतों की सफाई कविता