प्रार्थना हे! विश्व विधाता

ऐ मेरे दाता, जगत विश्वविधाता। सर्व जगत कल्याण कारण, दुःख- संहारक प्रख्याता।। अपनी अद्भुत छटा से ज्ञान का उज्जवल प्रकाश कर दे। मेरे मन से अंधकार की अंधेरी परत को हटा कर मुस्कुराहट भर दे।। हर सुबह शाम और चारों  पहर बस लूं तेरा ही नाम। होठों पर हंसते-हंसते आए बस एक तेरा ही नाम।।… Continue reading प्रार्थना हे! विश्व विधाता

बांकू बन्दर और कालू भेड़िया की दोस्ती

किसी नदी के किनारे एक मगरमच्छ अपनी पत्नी के साथ रहता था। मगरमच्छ अपनी पत्नी के साथ हंसी खुशी अपना जीवन व्यतीत कर रहा था। नदी के किनारे सामने पेड़ पर एक बंदर रहता था। वह भी मगरमच्छ का दोस्त था। उसको मीठे मीठे फल खाने को दिया करता था। मीठे मीठे फलों को खा… Continue reading बांकू बन्दर और कालू भेड़िया की दोस्ती