जादुई दीपक

रमन की मां ने आवाज दी बेटा जल्दी आओ नाश्ता कर लो। रमन आंखें मलता मलता आया मां मैं सारा दिन स्कूल से आकर थक जाता हूं। थोड़ी देर सुस्ता लूं। रमन की मां बोली तुम बहुत ही आलसी हो गए हो। बच्चे एक घंटा हो गया तुम्हें उठाते उठाते। तुम्हें उठाना तो टेढ़ी खीर… Continue reading जादुई दीपक

समय की किमत

समय की किमत को पहचानो। समय पर  ही सब काम करनें की ठानों।। समय पर जागो, समय पर खाओ समय पर पाठशाला जाओ। समय पर ही हर काम करने की प्रेरणा अपनें मन में जगाओ।। समय के महत्व को  पहचानो। समय सारणी के अनुसार काम  कर नें की योजना अपने मन में ठानों।।   जीवन… Continue reading समय की किमत

मैं और मेरी किताबें

किताबों की दुनिया निराली है दोस्तों।   इसी से महकती है जीवन की फुलवारी दोस्तों।।   मैं और मेरी किताबें हरदम साथ रहते हैं। खुशी और गम दोनों साथ सहते हैं।।   कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हौसलों को बुलंद करती है। हरदम मुझे आगे बढ़ना सिखाती है।।   मैं और मेरी किताबें हरदम… Continue reading मैं और मेरी किताबें

वीरा दीदी

किसी गांव में चंदू अपनी पत्नी झुमकी के साथ रहता था। वह बहुत ही सीधा साधा था। उसकी एक बेटी थी वीरा। । वीरा को वह बहुत ही प्यार करता था। वीरा भी हर काम में अपने मां का साथ दिया करती थी। एक दिन वीरा को छोड़कर उसकी मां सदा सदा के लिए परलोक… Continue reading वीरा दीदी

नशा नाश का दूजा नाम

नशा नाश का दूजा नाम। घर की बर्बादी है इसका काम।। नशे से अपनें बच्चों को बचाना। तुम उन्हें प्यार से समझा कर होश में लाना।। इससे जग में तो होगी ही जग हंसाई। अपनी रही सही इज्जत भी समझो तुम ने गंवाई।। नशे की आदत से बचो दुनिया वालों। अभी भी वक्त है संभल… Continue reading नशा नाश का दूजा नाम

धरोहर

एक बनिया था। वह बहुत ही कंजूस था। हर आने जाने वाले ग्राहकों को उल्लू बनाकर उनसे ज्यादा रुपया ऐंठना उसकी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल था। हर एक ग्राहक को चुना लगा कर ही दम लेता था। उसके बूढ़े पिता उसे जग्गू कहकर बुलाते थे। उसके पिता उससे कहते बेटा अपना काम ईमानदारी से… Continue reading धरोहर

भाई की सीख

एक छोटा सा गांव था।वंहा पर लगभग ३000 के करीब लोग रहते थे।उस गांव मे सुखवीर और तनवीर दो महिलाएं थी। वह दोनों एक साथ वाले घर में रहती थी यह दोनों महिलाएं आपस में इतना लड़ती कि जोर जोर से एक दूसरे पर चिल्लाने की वजह से इधर उधर सारे मोहल्ले के लोग उन… Continue reading भाई की सीख

जग में ऊंचा नाम करो

काम ऐसे करो कि जग में ऊंचा नाम हो। हर एक शख्स के लव पर एक तुम्हारा ही नाम हो।। मायूसियों में भी आशा कि किरणों का दामन थाम लो। खुशी से गले लगा कर उसका माथा चूम लो।। आत्मविश्वास और उत्साह जगाकर नेक काम करनें का संकल्प ठान लो। देश के काम आ सको… Continue reading जग में ऊंचा नाम करो

नई भोर की उजली किरणें (कविता

नई भोर की उजली किरणें। उम्मीदों और उमंगों का एहसास दिलाती है। मुक्त गगन में उड़ते हुए पक्षियों की चहचाहट से हर सुबह जगाती है।। चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है। नई भोर की उजली किरणें उम्मीदों और उमंगों का एहसास दिलाती है। कोयल की कूक कूक और मंदिर के घंटो की नादों… Continue reading नई भोर की उजली किरणें (कविता

जिन्दगी की परख (कविता

एक दूसरे की बातें बना कर इधर उधर समय गंवाते हम। शायद यह बात सभी को समझा पाते हम।। अपने आप की कमियों को नहीं तलाशते। दूसरे में बुराईयां खोजते फिरते हम। अपनी कमियों से सीख ले कर दूसरों को भी समझा पाते हम।। उपदेश तो सभी को देते फिरते। अपने आप अमल करनें से… Continue reading जिन्दगी की परख (कविता