अच्छी आदतें भाग(2)मुहावरों का प्रयोग किया

  10/12/2018. रामू घर आकर बोला मां मेरे पेट में चूहे  हैं कूद रहे। मां धमा चौकड़ी मचा कर परेशान है कर रहे।। मां आकर बोली तू है मेरी आंख का तारा। प्यारा प्यारा राज दुलारा।। पढ़ाई में  हमेशा ध्यान लगाना। कक्षा में  इस बार भी अव्वल आ कर दिखाना।। रामू बोला बहना से :-तू… Continue reading अच्छी आदतें भाग(2)मुहावरों का प्रयोग किया

जादुई जूते

बहुत समय पहले की बात है कि एक छोटे से गांव में राजू अपने माता पिता के साथ रहा करता था। वह छठी कक्षा का छात्र था। उसके माता-पिता मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे। वह बहुत ही भोला भला छात्र था। हर रोज स्कूल जाता था। अपने माता-पिता का हमेशा कहना मानता था।… Continue reading जादुई जूते

जादुई तलवार और दुष्ट जादूगर (पांच दिसम्बर की कवि

परियों की राजकुमारी नैना थी बहुत ही सुंदर। सुंदर आंखों वाली थी बहुत ही चंचल।। एक दिन नैना बाग में थी घूम रही। फूलों के संग बाग में थी झूम रही।। एक भंवरा उड़ कर उस बाग में आकर मंडराने लगा। परी के आगे पीछे घूम कर उसे डराने लगा।। भंवरा आकर परी को बुलाने… Continue reading जादुई तलवार और दुष्ट जादूगर (पांच दिसम्बर की कवि

नन्हें शिक्षक

स्कूल में सभी बच्चे पिकनिक पर जाने का आयोजन कर रहे थे। सोनाली पिंकू राजू और रवि यह अपने ग्रुप के लीडर थे। वे सब साथ-साथ चल रहे थे। मैडम ने उन्हें हिदायत दी थी कि सब बच्चे एक साथ घूमने चलेंगे। कोई भी बच्चा अकेला कहीं बाहर नहीं जाएगा सारे बच्चे छोटी छोटी उम्र… Continue reading नन्हें शिक्षक

ट्रैफिक के नियमों का पालन

आओ हम एक गीत बनाए ट्रैफिक के नियमों का पालन करना सबको सिखाएं। लाल बत्ती कहती थम - थम- थम। हर बच्चा ताली बजाकर कहता बम बम बम।। पीली बत्ती कहती   होशियार- होशियार होशियार।। आपस में ना करो तकरार।। चलने को हो जाओ तैयार। सड़क पर ना करो इन्कार। हरी बती कहती बस चलते जाओ… Continue reading ट्रैफिक के नियमों का पालन

अनुशासन का पालन

अनुशासन का पाठ बच्चे को माता पिता है सीखलाते। माता-पिता बच्चे का नियम बद्ध तरीके से पालन है करते।। विद्यालय जाकर बच्चा गुरु के संपर्क में रहकर शिक्षा ग्रहण है करता। गुरु दीपक के समान जलकर ज्ञान का प्रकाश उनमें है जगाता।। अनुशासन करने वाला बच्चा बड़ों का सम्मान है करता। अनुशासित होकर औरों को… Continue reading अनुशासन का पालन

नई दिशा भाग(2)

हेम शरन के परिवार में उसकी पत्नी और उसकी एक बेटा बेटी थे। हेमशरन इतना अमीर नहीं था गांव में उसकी थोड़ी बहुत जमीन थी। जिस में वह खेती-बाड़ी करता था। उसकी बेटी नौ साल की थी और  बेटा बीनू से चार साल बड़ा था। उसका भाई आठवी कक्षा में था। हेमशरन अपनी  पत्नी से… Continue reading नई दिशा भाग(2)

नई दिशा भाग (2)

  हेम शरन के परिवार में उसकी पत्नी और उसकी एक बेटा बेटी थे। हेमशरन इतना अमीर नहीं था गांव में उसकी थोड़ी बहुत जमीन थी। जिस में वह खेती-बाड़ी करता था। उसकी बेटी नौ साल की थी और  बेटा बीनू से चार साल बड़ा था। उसका भाई आठवी कक्षा में था। हेमशरन अपनी  पत्नी… Continue reading नई दिशा भाग (2)

नई उमंग

स्कूल में बच्चे मैडम भारती के आने का इंतजार कर रहे थे। बच्चों को अपनी मैडम भारती बहुत ही अच्छी लगती थी। वह उन्हें बहुत ही प्यार से पढ़ाती थी। हर बच्चे को खेल खेल में पढ़ाना उसका शौक था। इसी कारण उसकी कक्षा में बच्चे पाठ को बड़े ध्यान से सुनते थे ।उसकी कक्षा… Continue reading नई उमंग