किसी गांव में दो दोस्त रहते थे। दोनों पक्के दोस्त थे। उन दोनों के प्यार को किसी की नजर लग गई। वे दोनों एक दूसरे के दोस्त नहीं रहे। एक दिन ना जाने किसी बात को लेकर उन दोनों में झगड़ा हो गया। दोनों एक दूसरे से मिलते भी नहीं थे। दूसरे दोस्त ने सोचा… Continue reading जैसे को तैसा
Month: April 2018
सीख
किसी गांव में एक व्यापारी अपनी पत्नी के साथ रहता था। वह छोटा मोटा काम धंधा कर अपना तथा अपनी पत्नी का भरण पोषण करता था। उसकी पत्नी बेहद ही चालाक स्त्री थी। अपने पति का कहना कभी नहीं मानती थी वह जो कुछ भी कमा कर लाता वह अपने पति से छुप छुप कर… Continue reading सीख
नाई की हेराफेरी
किसी गांव में एक नाई रहता था। वह गांव वालों के बाल काटता था। रोशन बहुत ही अच्छी अच्छी कहानियां किस्से सुना कर उन सभी का दिल मोह लिया करता था। चंपी तो इतनी अच्छी करता था कि लोग उसकी दुकान पर मालिश करवाने और बाल कटवाने आते थे। वह घंटों उसकी दुकान पर बैठकर… Continue reading नाई की हेराफेरी
दोस्ती की मिसाल
किसी घने जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे शेर जंगल का राजा था। शेर जानवरों को मारकर खा जाया करता था। शेर का एक मंत्री था भालू। एक दिन शेर ने भालू को बुलाया और कहा कुछ दिनों के लिए मैं अपनी नानी मां के पास जाना चाहता हूं। क्योंकि मेरी नानी मां बीमार… Continue reading दोस्ती की मिसाल
चार दोस्त
कौवा बिल्ली लोमड़ी और हिरन यह चार दोस्त थे। चारों मिल जुल कर रहते थे। वह कभी भी आपस में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते थे। जंगल में वैसे तो बहुत सारे जानवर थे परंतु यह चारों दोस्त पास पास ही रहते थे। बिल्ली को तो एक शिकारी ने अपने घर में ही पाल रखा… Continue reading चार दोस्त
न्याय की गुहार
रोहित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके माता-पिता मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे। उसके माता पिता ने अपने बेटे की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी थी वह भी हमेशा अपने माता पिता का आदर सम्मान करता था।वह बड़ा हो चुका था अपने माता पिता के संस्कार उसमें कूट-कूट कर भरे पड़े… Continue reading न्याय की गुहार
जादुई शौल
चिंटू मिंटू और बिट्टू तीनों पक्के दोस्त थे। तीनों बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों के साथ पहाड़ी स्थल पर यात्रा करने गए हुए थे। देहरादून पहुंचने पर वह दूसरे दिन रमणीय स्थल को देखने निकल पड़े तीनों बच्चे साथ-साथ चल रहे थे। उनके माता पिता ने उन्हें कहा बेटा साथ साथ ही रहना आगे मत… Continue reading जादुई शौल
चुहे और बिल्ली की दोस्ती
सुखबीर और पारो एक छोटे से घर में रहते थे पारो हर रोज घर की सफाई करती रसोई में हर रोज उसे रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े मिलते। उसने एक दिन अपने पति सुखबीर को कहा कि मैं गाय को हर रोज रोटी रखती हूं परंतु यह रोटी तो हर रोज चूहा कुतर जाता है। यह… Continue reading चुहे और बिल्ली की दोस्ती
ढोंगी बाबा
यह कहानी एक मध्यम वर्गीय परिवार की है शैलेंद्र के परिवार में उसकी पत्नी और एक बेटा था। उनका बेटा बहुत ही शरारती था शैलेंदर उसकी खूब पिटाई करता था। शैलेंद्र नें अपने बेटे को बहुत समझाया था परंतु उसके कानों में जू तक नहीं रेंगती थी। पहले की तरह ढीठ था। शैलेंद्र ने टीवी… Continue reading ढोंगी बाबा
नन्हा जासूस
एक छोट सेे गांव की छोटी सी बस्ती में झुग्गी झोपड़ी वाले रहते थे। उनके छोटे-छोटे बच्चों ने भी स्कूल में दाखिला ले लिया था। उनकी बस्ती का एक लड़का था दीनू वह भी स्कूल जाने लगा था। जब बच्चे स्कूल में पढ़ते तो उसका ध्यान पढ़ने में नहीं लगता था क्योंकि उसको घर में… Continue reading नन्हा जासूस